Thursday 1 December 2011

अनोखे लाल की मोक्ष इच्छा

                                               
किसी को अपनी दिव्य शक्ति पर इतना अफ़सोस कभी नहीं हुआ होगा जितना अनोखे लाल को होता है. अनोखे ऐसा अनोखा बच्चा था जिसे 7  साल की उम्र में अपना पिछला जन्म याद आ गया था. याद आते ही डंका पीट दिया गया कि अनोखे पिछले जन्म में फलाने गाँव का रहने वाला था और इसके परिवार में फलाना फलाना लोग थे. तफ्तीश हुई तो सच पाया गया. अनोखे की अखबार में  फोटो छपी और अनोखे आस पास के हर गाँव में पहचाना जाने लगा. कुछ दिन इस जन्म और पिछले जन्म के परिवार में बातचीत भी हुई की अनोखे पर किसका हक़ है. फैसला हुआ कि अनोखे वर्तमान जन्म के परिवार के साथ रहेगा और चाहे तो कभी-कभी पिछले जन्म के परिवार से मिल लेगा. लेकिन अनोखे की कहानी में नया मोड़ आया जब 11 साल की उम्र में अनोखे को पिछले जन्म से भी पिछला जन्म याद आ गया. फिर तफ्तीश हुई साहब , फलाना गाँव और फलाना परिवार. सच्चाई पाई गयी. अनोखे के वर्तमान परिवार के लोग डर गए. इस कमबख्त को तो जन्म याद आते रहेंगे और ना जाने किस-किस जन्म के परिवार वाले इस पर हक़ जताना चाहेंगे. तो अनोखे को पढने विदेश भेज दिया गया. अनोखे जब 23 साल का हुआ तो अनोखे को एक कन्या से प्यार हो गया. दोनों ने शादी भी कर ली और वापस आकर घर बता दिया. गाँव में बवाल हो गया. इसलिए नहीं की प्रेम विवाह था. बल्कि इसलिए कि लड़की उसी गोत्र की थी , जो गोत्र अनोखे का पिछले जन्म में था. पंचायत हुई , सवाल ये कि क्या पिछले जन्म के गोत्र के मिलने से भी शादी नहीं हो सकती. बड़े बुजुर्गों  ने अनोखे को पत्नी का भाई घोषित कर दिया और शादी तुडवा दी. लोग अपने पिछले जन्मो के कर्मो का फल भुगतते हैं, अनोखे पिछले जन्म के गोत्र का फल भुगत रहा था .  अनोखे दुखी था . देवदास फिल्म के गाने भी गाए दो चार दिन . लेकिन कुछ साल बाद अनोखे को फिर प्यार हुआ. शादी की तैयारियां  शुरू हुई. अनोखे खुश था. पर किस्मत को कहाँ तक रोएगा , ये लड़की अनोखे के पिछले जन्म की बुआ के बेटे की  बेटी निकल आई. पंचायत हुई. अनोखे के प्रेम को एक बार फिर पंचायत ने छलनी कर दिया.  शादी टूट गयी और अनोखे का दिल भी. पर अनोखे हार मानने वालों में से नहीं था. तीसरी बार फिर दिल लगा बैठा. इस बार लड़की पिछले से भी पिछले जन्म के गोत्र की निकल गयी. अनोखे ने सर पीट लिया. उसे अफ़सोस हो रहा था उस दिन पर जब अनोखे ने सबको अपने पिछले जन्म के राज़ बताये थे. लेकिन इस तरह तो अनोखे कंवारा ही रह जाएगा. पंचायत ने फरमान सुनाया कि अनोखे का हक़ सिर्फ उस महिला पर बनता है जो अनोखे की पिछले जन्म में धर्मपत्नी थी. लेकिन अब तक वो काफी बूढी हो चुकी थी. अनोखे कंवारा नहीं मरना चाहता था. उसने तय किया कि यही सही. कंवारा मरने से तो अच्छा है. लेकिन अनोखे की खुशियाँ तब तार तार हो गयी जब पता चला कि पिछले जन्म की पत्नी का शादी से पहले जो गोत्र था , वो वही था जो अनोखे का वर्तमान जन्म में है. बेडा गर्क. पिछले जन्म में थे पर इस  जन्म में ये दोनों एक नहीं हो सकते. अनोखे आज तक कंवारा है. उसे अब मोक्ष चाहिए .  

3 comments:

  1. kitna kadwa hai ye neemchadha karela?

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  2. bahut hi achha likha hai gaurav .....kya satire hai yaar ...fantastic dear

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  3. hahaha... lol... dare we say... i wanna live again!! :P

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